ErAnjaniSharmaAnjani's Blog
शनिवार, 14 जुलाई 2012
trishna -4
तृष्णा का कहीं ओर -छोर नहीं है ,उसका पेट भरना कठिन होता है l वह सैंकड़ो दोषों को ढोती रहती है l अतएव तृष्णा का परित्याग कर देना चाहिए - पद्म पुराण l
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें