शनिवार, 26 मार्च 2016

मुखिया जी होय गेले घोषणा
शुरू करी दहो लोगो के बोसना
चले दहो धुडछट मुर्गा
मतदाता ही छीके असली दुर्गा
पिये ले मार करे लागले दारु
सुखना, दुखना आरो कारू
आवे एक अप्रैल से कही नै मिलथों बोतल
देखी ले कहीं होटल
होते निक्को खानपान
तबे  होते गुणगान
एकाध कुटिया हमरो चखैहियो
खाली सुनैहियो नै ढकार
पिछला घोषणा नै होलो छै साकार
हम्मे की सबने देथों लताड़
उठेलो नी दुमहला मकान
दस-बीस कोठरी बनैले नी राखे लेली समान
पहलो पारी में ऐले सफारी
दोसरो पाली में ऐवे करते गाड़ी
तीसरा पाली में जहाज
खाली बनेने नी रखो सबके मिजाज
आवे भे गेले घोषणा
शुरू करी दहो बोसना। 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें