बशीर बद्र का एक शेर है -
'लोग टूट जाते हैं एक घर बनाने में , तुम तरस नहीं खाते बस्तियां जलने में l 'असम हिंसा को देखकर यह शेर क्या बयां कर रहा है? असम में हिंसा के कारण 50 लाख लोग बेघर हुए हैं l कोकराझार में बनाये राहत शिविर में स्थिति सामान्य होने के इंतजार में बैठी एक महिला l
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