शेषनाग के सर पर कृष्ण भगवान l इसी शेषनाग द्वारा समुंद्र मंथन हुआ था l जिस पर्वत के चारो ओर शेषनाग को बांधकर मंथन किया गया था वह मंदार पर्वत था ,जो भागलपुर से मात्र 40 किलोमीटर दूर है l अभी भी पर्वत के चारो ओर शेषनाग के घिसने का निशान है l हर साल मंदार बौसी में मकर संक्रांत के दिन महिने भर का मेला लगता है l उसी दिन मंदार मोहत्सव भी धूमधाम से होता है l सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होता है जिसमे अंगिका -हिंदी कवि सम्मेलन भी होता है l
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