1 )बुराई को देखना व सुनना ही बुराई की शुरुवात है। 2 )प्रेम बहुत कठिन है घृणा बहुत कठिन।
3 )एक गलती करने के बाद,जो आदमी उसे सुधारता नहीं है,वह असल में दूसरी गलती कर रहा होता है।
चीनी दार्शनिक व चिंतक कन्फूशियस
3 )एक गलती करने के बाद,जो आदमी उसे सुधारता नहीं है,वह असल में दूसरी गलती कर रहा होता है।
चीनी दार्शनिक व चिंतक कन्फूशियस
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