बुधवार, 18 सितंबर 2013



भागलपुर की दामिनी 
भागलपुर की दामिनी 
हवस का शिकार होकर भी कुछ नहीं बोलती 
मदद के लिए लोग आते हैं 
लेकिन दामिनी
 सिर्फ लोगों के कुर्ते और पायजामे को 
ऊपर से निचे तक निहारती है 
फिर शुन्य में खो जाती है 
शायद दरिंदों ने 
उसे अच्छी तरह से मैनेज कर लिया है 
दिल्ली की अदालत ने 
जो कुछ दरिंदों को फाँसी की सजा सुनाई है
उसी का खौफ यहाँ के दरिंदों में घर कर गया है 
लेकिन दामिनी के पैरों में काफी सूजन है 
हाथ भी फूला हुआ है
जगह जगह पट्टियाँ भी बँधी हुई है 
आखिरकार यह सब अपने आप तो नहीं हो गया 
हवस का शिकार
बनाकर इसको भी तो गाड़ी से ही फेंका गया  
फिर भी दामिनी खामोश है 
दरिंदों ने उसके मुंह में मानों अलीगदी ताला जड़ दिया हो  
और चाभी भी कहीं छिपा दिया हो  
सबको उसने असमंजस में डाल दिया है 
दिल्ली की दामिनी 
और भागलपुर की दामिनी में यही तो बड़ा फर्क है
ई 0 अंजनी कुमार शर्मा (अंगिका -हिंदी साहित्यकार ),
सियारामनगर,भीखनपुर ,भागलपुर -812001 
जन्म तिथि -1 / 02 /1954 
मो ० -7870825272 

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