रविवार, 27 जुलाई 2014


जिला प्रशासन भागलपुर द्वारा सुल्तानगंज से करीब 10 किलोमीटर दक्खिन घांघी बेलारी में विशाल कांवरिया शिविर में शनिवार देर शाम प्रसिद्ध गायक अनूप जलोटा ने एक के बाद एक गीत प्रस्तुत किये। श्री जलोटा के गीतों पर हज़ारों कांवरियों व स्थानीय लोग झूमने को विवश हो गए।  बाद में परिसदन में अंगिका के प्रति हमदर्दी जताते हुए कहा कि अंगिका की शुद्धता पर काम होना चाहिए। आजकल भोजपुरी पूरी तरह से छा गया है किन्तु  अंगिका में कम काम हो रहा है। यूपी , बिहार , झारखण्ड  में इसपर खासकर शुद्धता से काम किया जाय  तो इसका काफी विकाश होगा। भोजपुरी के साथ इसका सम्मिश्रण  होने से संगीत के क्षेत्र में अंगिका की पकड़ नहीं हो पा रही है। 

बुधवार, 9 जुलाई 2014

bazat par gazal----

ग़ज़ल 
रेल बजट ने छकाया है 
सपना सुन्दर दिखाया है 
यह हाथी दाँत लगता है 
तेल घिसकर चमकाया है 
बुलेट गाड़ी चलेगी कब 
घर घर लोग भरमाया है 
भागलपुर को मिला है क्या 
सबके सब तिलमिलाया है 
इसने सौदा किया है बस 
गौड़ा ही बस समाया  है
नाखुश होकर करोगे क्या 
अंगद तूने बनाया है 
आस बहुत था बजट से क्यों 
साले  साल बहलाया है  
लात लगे मंहगाई का
सबका ही ठोस काया है 
देखो अब अंजनी आगे 
तुमने सर क्यों खपाया है