जिला प्रशासन भागलपुर द्वारा सुल्तानगंज से करीब 10 किलोमीटर दक्खिन घांघी बेलारी में विशाल कांवरिया शिविर में शनिवार देर शाम प्रसिद्ध गायक अनूप जलोटा ने एक के बाद एक गीत प्रस्तुत किये। श्री जलोटा के गीतों पर हज़ारों कांवरियों व स्थानीय लोग झूमने को विवश हो गए। बाद में परिसदन में अंगिका के प्रति हमदर्दी जताते हुए कहा कि अंगिका की शुद्धता पर काम होना चाहिए। आजकल भोजपुरी पूरी तरह से छा गया है किन्तु अंगिका में कम काम हो रहा है। यूपी , बिहार , झारखण्ड में इसपर खासकर शुद्धता से काम किया जाय तो इसका काफी विकाश होगा। भोजपुरी के साथ इसका सम्मिश्रण होने से संगीत के क्षेत्र में अंगिका की पकड़ नहीं हो पा रही है।
रविवार, 27 जुलाई 2014
जिला प्रशासन भागलपुर द्वारा सुल्तानगंज से करीब 10 किलोमीटर दक्खिन घांघी बेलारी में विशाल कांवरिया शिविर में शनिवार देर शाम प्रसिद्ध गायक अनूप जलोटा ने एक के बाद एक गीत प्रस्तुत किये। श्री जलोटा के गीतों पर हज़ारों कांवरियों व स्थानीय लोग झूमने को विवश हो गए। बाद में परिसदन में अंगिका के प्रति हमदर्दी जताते हुए कहा कि अंगिका की शुद्धता पर काम होना चाहिए। आजकल भोजपुरी पूरी तरह से छा गया है किन्तु अंगिका में कम काम हो रहा है। यूपी , बिहार , झारखण्ड में इसपर खासकर शुद्धता से काम किया जाय तो इसका काफी विकाश होगा। भोजपुरी के साथ इसका सम्मिश्रण होने से संगीत के क्षेत्र में अंगिका की पकड़ नहीं हो पा रही है।
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