नशाबंदी पर ३ दोहे
ख़ुश होकर ओरतें अब , उड़ा रही है रंग ,
लगता है जैसे की , जीत गई है जंग।
महिलाओं की पहल पर. आया यह कानून ,
देसी न विदेशी बिका,अच्छा रहा सगुन ।
दारु से परेशान थी , महिला और समाज ,
करेगी अब खुलकर वह, घर का सारा काज ।
ख़ुश होकर ओरतें अब , उड़ा रही है रंग ,
लगता है जैसे की , जीत गई है जंग।
महिलाओं की पहल पर. आया यह कानून ,
देसी न विदेशी बिका,अच्छा रहा सगुन ।
दारु से परेशान थी , महिला और समाज ,
करेगी अब खुलकर वह, घर का सारा काज ।
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