बिहार में शराब बंदी तो है पर उत्तरप्रदेश , नेपाल , झाड़खंड
सीमा पर शराब दुकानें धड़ल्ले से खुल रही है। लइसेंस भी वहां की सरकार देने में कोई कोताही नहीं बरत रही। उनकी कमाई काफी बढ़ गई है और बिहारियों के दोहन का काम करने से नहीं हिचकिचा रहे। उप्रदेश , नेपाल , झाडखंड सीमा पार करते हैं दोपहिया से और शराब पीकर लौट आते हैं लोग। बिहार से सटे राज्यों को भी समझना चाहिए की बिहारियों का लत बिगाड़ कर अपने प्रदेश का भला कर लेंगे ?सोच ऊपरउठाने का होना चाहिए न की सेहत बिगाड़कर लोगों को ख़राब करने का। बिहार का एक्का दुक्का लोग ख़राब होगा लेकिन आपका समाज ख़राब होगा। तब राज्य चलाना और सरकार का टिकना मुश्किलहो जायगा। नितीश ने अच्छा काम किया है तो आगे बढ़ेगा ही। लेकिन पियक्कड़ कोबढ़ावा दीजिएगा तो आपकी उलटी गिनती शुरू हो जाएगी।
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