रविवार, 11 नवंबर 2012

chad gai hai -------------

चढ़ गई है लोगों पर, दिवाली की बुखार
दिये और पटाखों से, पट आया बाज़ार
पट आया बाज़ार, यहाँ सब ख़ुशी मनाओ
मिलजुलकर सभी तो, आपसी द्वेष मिटाओ
मन से मनाओगे अगर तू यहाँ दिवाली
जेब किसी की कभी, कैसे रहेगी खाली 

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