गलत करने वाला हमेशा फ़िराक में रहता है कुछ स्वार्थी और लोभी आदमी के साथ मिलकर की गलत को कैसे ओके कराया जाय,इसी चक्कर में और गल्तियां कर बैठता है। लोगों के बीच ऐसा पहचान बना लेता है की लोग भोला और ईमानदार समझता है। समझने वाला तो समझ ही लेता है। कमजोर आदमी समय का इंतजार करता है। उसके काले पन दिल का आभाष तो बाद में पता चलता है। ऐसे लोग ही समय पर अपना माथा खुद पकड़ लेता है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें