कल्ले से ही शुरु हो जायेगा खरमास,
रखिए ना कुछ मांगलिक कार्य का कोय आस।
कार्य का कोय आस, एक माह तक चलेगा,
होटल औ धर्मशाला, हाथ पर हाथ धरेगा।
फिर तो रहेगा ही,तब पूर्ण गहमागहमी,
दौड़ेगा सड़क पर, चारपहिया बेरहमी।
रखिए ना कुछ मांगलिक कार्य का कोय आस।
कार्य का कोय आस, एक माह तक चलेगा,
होटल औ धर्मशाला, हाथ पर हाथ धरेगा।
फिर तो रहेगा ही,तब पूर्ण गहमागहमी,
दौड़ेगा सड़क पर, चारपहिया बेरहमी।
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