शुक्रवार, 16 मार्च 2018

siyaram...

याद में ------
झूमै छै,गावै छै तरुवर रसाल के
कोयलिया नाँचे छै घुंघरू पग ताल के।
सिन्दुरिया गाल लाल टुह-टुह-टुह टहकै छै,
सबके मोन देखि-देखि लहकै छै,बहकै छै,
एन्हों में के राखथों अपना संभाल के।
स्वo सियाराम प्रहरी 

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