डॉ0 श्रीकृष्ण सिंह की 21 अक्तूबर ,2012 को 125वीं जयंती पर
म़ाउर के वकील से आधुनिक बिहार के निर्माता बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीबाबू आजादी के सिपाही, किसानों के मसीहा, आम लोगों के हितैषी, परिपक्व राजनेता और आधुनिक बिहार के निर्माता थे l वे संसदीय लोकतंत्र के शिल्पी,सामाजिक न्याय के कर्णधार थे l श्रीबाबू का शासन सबसे अच्छा था जिन्होंने मंत्रियों का वेतन पाँच सौ कर दिया था l 21 अक्तूवर,1887 को जिनका जन्म हुआ था ननिहाल (नवादा जिले के खानवा गाँव ) में,जो 1946 से 1961 तक लगातार बिहार के मुख्यमंत्री रहे l उनका निधन 31 जन0 1961 को हुआ l उनका मानना था जब तक करोड़ों के हृदय एक नहीं होते , इतिहास नहीं बनता l समाज में क्रांति भूख और प्यास से होती है , मगर उससे भी बड़ी क्रांति तब होती है , जब आदमी में अमन का भरोसा कम हो जाता है l ये भूमिहार जाति से आते थे जिन्होंने हर कौम के उत्थान के लिए काम किये l आज उनके पद्चिन्हों पर चलने की आवश्यकता है, तभी समाज का उत्थान संभव है l
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