स्वामी अग्निवेश जी भगवा चोला पहनकर कभी-कभी ऐसा बयान देते है कि पता चल जाता है किसी स्वार्थवश बोल रहे है या कहीं से कुछ उनके झोली में आया है। या नहीं तो यह साफ पता चल जाता है कि किसी ने ऐसा बयान देने के लिए उकसाया है। अगर यह सब भूल भी जाएँ तो यह कहने में लोगों को कतई शर्म नहीं आनी चाहिए कि स्वामी जी ऐसे ही टिटयाते रहते है बिना तुक का। स्वामी जी का दिमाग कंप्यूटर से भी तेज चलता है। किसी को भी यह पता नहीं चल सका पुरे देश में कि अप्रैल 2011 में जंतर मंतर पर अनशन के दौरान केजरीवाल, अन्ना हजारे जी को मरवाना चाहते थे। आख़िरकार उनके माथे रूपी कंप्यूटर ने एक साल दस महीने में इस घटिया बात को खोज ही निकाला। स्वामी जी का काम है-1)भगवा चोले को अपमानित करना 2) देश में प्रदूषण फैलाना3) ताक में रहना। बस यही तो काम है स्वामी जी।
ई0अंजनी कुमार शर्मा
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