432 पृष्ठों की यह पत्रिका दीपावली विशेषांक 'छापते छापते ' है जो कलकत्ता से निकलती है। इसके संपादक श्री निवास शर्मा हैं। इसमें हर विधाओं में रचनाएँ छपा करती है। देश भर के साहित्यकारों की इसमें रचना छपती है। यह बहुत समृद्ध पत्रिका है और सभी रचनाकारों को मानदेय भी दिया जाता है। 390 पृष्ठ पर मेरी दो ग़ज़लें छपी है।
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