परिहास( कहानी )
सियारामनगर, भागलपुर में अंजनी कुमार शर्मा की कहानी 'परिहास ' का पाठ किया गया। इसपर बोलते हुए व्यंगकार विजेता जी ने कहा , ' यह कहानी बिलकुल नई विधा की कहानी है। आपसी प्रसंग को जिस प्रकार से अंजनी जी ने चित्रण किया है वह काबिलेतारीफ है। ऐसी कहानियों का बहुत ही महत्व है समाज में।' गज़लकार अंजनी कुमार सुमन ने कहा, ' इस कहानी में एक फ्लो है, पाठक को बांधने की शक्ति है। सुनने में कहीं भी बोरियत का अहसास नहीं हुआ। कुछ नए शब्दों का प्रयोग इस कहानी को एक दिशा प्रदान करती है। चित्रशाला के निदेशक रंजन जी तो पहले ही कहते आये है कि अंजनी कुमार शर्मा की कहानियों में व्यंग तो रहता ही है चुटीली भी होती है। परिहास कहानी में भी यही मिलता है। इस कहानी के लिए ई० अंजनी कुमार शर्मा को बहुत बधाई।'
अंजनी कुमार शर्मा (अंगिका-हिंदी साहित्यकार)
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