तरकश, यह काव्य संग्रह जौनपुर (यू पी ) से छपकर आयी है। इसमें ७१ रचनाकारों कि रचना छपी है। पृष्ट -९९ पर मेरी रचना 'भागलपुर कि दामिनी छपी है। १४३ पृष्टों का यह काव्य संग्रह इसलिए महत्वपूर्ण है की इसमें गोपाल दस नीरज, दुष्यंत कुमार, जावेद अख्तर, शहरयार, डॉ बशीर बद्र , निदा फाजली, प्रोफ़ेसर वशिष्ट अनूप, अनिरुद्ध सिन्हा, दिनेश तपन, कैलाश झा किंकर के अलावे अच्छे अच्छे साहित्यकारों को शामिल किया गया है। शुरू में साहिल जौनपुरी कि ये ग़ज़ल मन को झकझोरती ही नहीं है वरन कुछ सीख अवस्य देती है। ई० अंजनी कुमार शर्मा (अंगिका -हिंदी साहित्यकार)
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