शनिवार, 24 फ़रवरी 2018

ki re nepla.....

की रे नेपला
जानले खिलवै के कला
कहिया छोड़तै लोटा हमरो जान
की धरले रहतै अरमान
नै बनलै लेटरीन नै लगलै नल
गायबो भेलै लोटा धरलें बोतल
ऐलौ खाता में बारह हजार
शौच मुक्त के जे  पोस्टर
लगाय देलकै सगरो सरकार
समझी ले रे नेपला
होलो छौ यै मे घपला
ऐलै कलयुग गेलै त्रेता
पैसा तोरो खाय लेलकौ भ्राता
भूलें,भूलें लैटरीन के कहानी
ऐने बर्बाद होय छै
गरीब-गुरुवा के मर्दानी
सेप्टिक में मल होय छै बर्बाद
खेतो के मल होय छै खाद
बढ़े छै फसल
मनो जाय छै बहल
फेरु टहल के टहल
उठवै दहीं
चोरबा के महल पर महल।


   

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