शुक्रवार, 16 फ़रवरी 2018

patrika....

आज भागलपुर से आई है पत्रिका सुसंभाव्य,जिसमें काफी सुधार हुई है। माने एक स्टैंडर्ड पत्रिका के रूप में उभर कर आई है। मेरा भी एक गजल प्रकाशित हुई है। पत्रिका के संपादक के साथ पत्रिका परिवार को भी हार्दिक बधाई। 

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