जे नेता नै करे पाड़लै जिंदगीभर ऊ कवि सब करी देतै, कहिने नेता के खाली राजनीति सूझै छै। जागरूकता के झलक कल्ले दिखाई पड़ी गेलै नाव पर,कोय नै चाय पीवी के आरो नाश्ता करी के ग्लास आरो प्लेट गंगाजी में फेकलकै सब कार्टून में रखलकै। ये में मनीष के भरपूर सहयोग रहलै।
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