मेरे गांव तिलकपुर,सुल्तानगज,भागलपुर में मनरेगा से मुखिया पति अपने जात और गोतिया का घर बालू से भर रहे हैं और ट्रेक्टर घूमा रहे थे मेरे खेत में लगे फसल मटर को रौंदकर, मेरे आदमी ने जब यह देखा तो पूरा झंझट हुआ मुखिया पति से, सुनते हैं दिनभर घर में ही बंद रहे । यह भी एक कारण हुआ डाह से सुल्तानगंज में मेरा गाछ तोड़ने का। मुखिया पति को भ्रम है कोलगामा के मजार को जो जामामस्जिद बना रहे हैं अब मियां का वोट नहीं मिलने वाला क्योंकि समीकरण बदल गया है। जदयू और नीतीश जी को धोखा देने से भी काम नहीं चलेगा,ऊपर से जदयू और भीतर से राजद। नीतीश जी 2019 के चुनाव में कितने पानी में हैं वह तो पता चल जायगा। न तो दारु रुका न भ्रष्टाचार तो दहेज़ प्रथा क्या ख़त्म कर पाएंगे ? लेकिन राजा राम मोहन राय के समकक्ष आने की कोशिश कर रहे है अच्छी बात है।