आज मेरा दो गाछ मोहागणी का अच्छा खासा बड़ा गाछ तोड़ दिया दीवाल तडपकड दो मुस्लिम लड़के ने सुल्तानगंज के बगीचे से। पहले से एक मुस्लिम व्यापारी भोला(कोलगामा का ) गांव के बगीचे का 65000 हजार रुपया नहीं दिया जबकि दसो बार डेट दिया। आतंकी सोच इनलोगों के दिल में वास करता है। बिना पैसा दिए १८-१९ के लिए बगीचा लेने के लिए रोज गोड़ पकड़ने लगा। लेकिन मैंने स्पष्ट कहा -पहले पिछला भुगतान करो तब बात करो और फिर बगीचा दूसरे को दिया उससे ज्यादा पैसे में। अगर भुगतान नहीं करता है तो चक्रबृद्धि ब्याज जोड़कर माह दो माह में रजिस्टर्ड लेटर से भेजते जाना है। एक बार पत्र दिया जा चूका है65000 रूपये का चक्रबृद्धि ब्याज जोड़कर करीब एक लाख से ऊपर का । छटपटी लगा तो दौड़कर आया मिलने लेकिन बकाया पैसा देने नहीं बगीचा लेने पर जोड़ देने लगा, गोड़थारी में बैठकर गिड़गिड़ाने लगा,गोड़ दाबने लगा लेकिन मेरे दिल में पूरा घुस गया की भोला ठग है,फ्रॉड है,खाली झूठ ही बोलता है।इतना करने के बाद भी हमको घमा नहीं सका। पहले भी दूसरों को ठगा है। इसको मेरे भाई ने कैसे बगीचा दे दिया जिसके चलते हम भी फंस गए या फंसाया गया। यही ठग कोलगामा के मस्जिद में अजान पढ़ता है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें