शुक्रवार, 22 नवंबर 2013

वेब पोर्टल मीडिया सरकार ने दिल्ली में आप को बदनाम करने कि साजिश रची  है।  क्योकि उन्होंने स्टंग आँपरेशन की  गैर सम्पादित फुटेज देने से इंकार किया है। बिना देखे कोई कैसे किसी पर कार्यवाही कर सकता है ? हो सकता है मीडिया सरकार के खिलाफ आप अदालत का भी दरवाजा खटखटा सकता है। जहाँ तक चंदे की बात है कोंग्रेस और भाजपा को करोड़ों में चंदा आता है साथ ही भ्रष्टाचार करके इनलोगों ने देश का कितना पैसा गटर कर चूका है इसका पता नहीं? इसका सुध कोई लेने वाला नहीं है। लेकिन इस घटना  ने विरोधियों के सुर बदल डाले है। जहाँ शीला दीक्षित कहती हैं कि कोंग्रेस को भाजपा से खतरा है न कि आप से। वही भाजपा के नलिन कोहली कहते है कि जो खुद शीशे के घर में रहते है वे दूसरों पर पत्थर नहीं फेंका करते। शायद उनको पता नहीं कि भाजपा और कोंग्रेस एक दूसरे पर पत्थर तो क्या बड़ा बड़ा बोल्डर फेंक रहे है चुनाव में। नई दिल्ली चुनाव में अरविन्द केजरीवाल सबसे भारी पड़ रहे है, क्योकि अरविन्द के अलावे किसी को मैग्सैसे पुरस्कार नहीं मिला है। भारी पड़ रहे है तो  कुछ न कुछ साजिश होनी चाहिए। इसके लिए प्रलोभन देकर शरारती तत्वों को उकसाना भी जरुरी हो जाता है न । इस मामले में अन्ना का कार्यकलाप भी संदेह के घेरे में आ जाता है।
ईo अंजनी कुमार शर्मा, सियारामनगर, भीखनपुर, 
भागलपुर-812001     

शुक्रवार, 15 नवंबर 2013



रातो पहर जो किया करता है रमण मित्रो
वो तितलियों को सिखाता है व्याकरण मित्रो

अपने दिलों में सर्वप्रथम झांककर तो देखो
क्या यह नहीं लग रहा है अतिक्रमण मित्रो

आरोप गढ़ना सबों की अब बन गई आदत
कोई नहीं देखता अपना आचरण मित्रो

छोटे बड़ों का किया करते हैं अनादर अब
दिल को नहीं अब सुहाता तनिक यह क्षण मित्रो

अब अंजनी साफ उलट गई है दुनिया
क्या स्वच्छ अब हो सकेगा पर्यावरण मित्रो

अंजनी कुमार शर्मा
आजकल प्रचार में अपशब्द और दूसरे पर लान्छन लगाना नेताओ द्वारा आप बात हो गई है। आप क्या करेंगे, यह नहीं बोला जाता है? देश में मंहगाई , भ्रष्टाचार, आतंकी हमला , बेरोजगारी चरम पर है। यह किसी को चिंता नहीं है सिर्फ स्वार्थ में लिप्त होकर अपनी डफली अपना राग का आलाप लगा रहे है। यही नहीं लोगों को भ्रमित कर अफवाह फैलाया जाता है , जैसे अभी हुआ नमक के बारे में। कुछ दिन पहले गणेश जी को दूध पिलाने की भी अफवाह फैलाई गई थी। लेकिन अफवाह फ़ैलाने वालों से ज्यादा यहाँ कि जनता दोषी है। कोंग्रेस तो भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई है लेकिन भाजपा भी कम नहीं है। शिवसेना से गठजोड़ है जिसका जो बिहारियों को हेय दृष्टि से देखता है और तो और मुम्बई से बिहारियों को खदेड़ा जाता है। मैथिलि को अष्टम सूचि में डालकर भाजपा ने भाषावाद और क्षेत्रियता का बीज समाज में फैला दिया है। जबकि मिथिला भारत का अंग है ही नहीं। मिथिलांचल के नाम पर बज्जिका और अंग प्रदेश को हड़पने कि साजिश हो रही है। क्या इसलिए ही भाजपा को वोट दिया जायगा ?कोंग्रेस और भाजपा में सांठगाठ का पता इससे भी चलता है कि अभी आम आदमी पार्टी को आये हुए चंदों कि जाँच हो रही है जबकि इस पार्टी का हर चीज पारदरशी है लेकिन अज्ञात चंदा जो भाजपा और कोंग्रेस को आती है उसकी जाँच नहीं हो रही है।