बुधवार, 22 जनवरी 2014

patra--------------

ये कैसी दिल्ली पुलिस और कैसी केन्द्र सरकार। देश की राजधानी में खुले आम
विदेशी महिलाएं वेश्यावृत्ति का धंधा कर रही है, विदेशी पुरूष जो बिना
वैध वीजा के नशीले पदार्थों की तस्करी कर रहे हैं। उन्हें जनता की शिकायत
पर पकड़वाने गए दिल्ली के गृहमंत्री तक के आदेश पुलिस नहीं मान रही थी।
उल्टे उन विदेशी महिलाओं के कहने पर जो कि खुद अवैध तरीके से भारत में रह
रही है, जिनके पास कोई कानूनी अधिकार नहीं है के बावजूद पुलिस एफआईआर तक
दर्ज करने से नहीं चूकी। लगता है कांग्रेस और केन्द्रीय गृहमंत्री सुशील
कुमार शिंदे की मति भ्रष्ट हो चुकी है। अब कांग्रेस और उनके कर्ताधर्ताओं
को भगवान भी नहीं बचा सकता। इस देश की जनता और मीडिया को भी अब यह सोचना
होगा कि इस तरह के विदेशी लोगों को सपोट कर कांग्रेस सरकार क्या साबित
करना चाहती है

patra---------------

वो (कांग्रेस) इसलिए चिल्ला रहे हैं कि उनकी 60 साल की सत्ता हाथों से
फिसल रही है। ये (भाजपा) इसलिए चिल्ला रही है कि इस बार उन्हें सत्ता
हासिल हो रही थी,लेकिन आम आदमी पार्टी उसे लगातार सत्ता से दूर धकलती हुई
नजर आने लगी है। भाजपा के कांग्रेस से इतना डर नहीं लग रहा है जितना आम
आदमी पार्टी की लगातार बढ़ रही लोकप्रियता से लग रहा है। कांग्रेस और
भाजपा दोनों ने ही सत्ता का देश में ऐसा आभा मंडल कायम कर दिया कि आम
आदमी को लगने लगा कि नेता को सबकुछ (भ्रष्टाचार, बेईमानी) करने का अधिकार
है। यही वजह है कि अरविंद केजरीवाल जी की सादगी, इमानदारी और आम आदमी
होने की छवि और उस पर आम आदमी की ही तरह से काम करने की शैली ने कई
प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों तक को हिला रही है। आप के देखा देखी चाहे
राजस्थान हो या मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ हो या महाराष्ट्र, सबके सत्ताधारी
दल अब जनता के बीच जाने, सस्ती बिजली, पानी देने की योजनाएं बनाने में
जुटे हुए हैं। कोई इन से पूछे की भई इतने सालों तक कहां गए थे, तब जनता
उन्हें याद नहीं आई। अब अचानक यह जनप्रेम उनमें कैसे उमड़ रहा है। नेताओं
को दोगलापन देखा, सुना,लेकिन इतना गिरा हुआ होगा यह आम आदमी पार्टी ने
बताया कि अब तक देश में शासन करने वाले लोग निहायत ही गैर जिम्मेदाराना
तरीके से आम जनता को बेवकूफ बना रहे थे। अब जबकि उनकी पोल खुलने लगी है
तो पूरी राजनीतिक जगत में भगदड़ मची हुई है। अब सब भेड़िये मिलकर एक शेर
का शिकार करने पर तुले हुए हैं, लेकिन वो यह नहीं जानते कि भेड़िये कभी
भी शेर का शिकार नहीं कर सकते, अलबत्ता अपनी खीज मिटाने के लिए सब मिलकर
हुआं, हुआं चिल्ला सकते हैं, जैसे की दो दिनों से मीडिया में कांग्रेस और
भाजपा अरविंद भाई के धरने को लेकर चिल्ला रहे हैं।

रविवार, 19 जनवरी 2014

aap zonal baithak-------------

आज दल्लू बाबू धर्मशाला, भागलपुर में आप का जोनल सम्मलेन हुआ। प्रभारी श्री सोमनाथ भारती पधारे थे। उनके साथ और भी आप के लोग बाहर से आये थे। भागलपुर के संयोजक श्री अजित कु० सिंह , बांका के संयोजक श्री अश्विनी पंडित , मुंगेर के संयोजक श्री दिनेश सिंह , आप के जोनल सचिव श्री बांके बिहारी के अलावे कई लोगों ने अपने विचार व्यक्त किये, उपलब्धियों को गिनाया । श्री सोमनाथ जी ने आप का सिद्धांत और लोकसभा चुनाव के बारे में तथा उसकी रणनीति के बारे में विस्तार से बताया। आप का सही रूप लोगों के मानस पटल पर रखा। उसके बाबजूद जाते जाते कुछ लोगों ने वर्त्तमान कमिटी के बारे में शिकायत कि जिसके जबाब में उन्होंने कहा कि सदस्यता अभियान चलाने के लिए बैनर लगा सकते है पर बैनर में अपना फ़ोटो तथा संयोजक नहीं लिख सकते है। सदस्य तो मोबाइल और ऑन लाइन से भी बना सकते है। उन्होंने यह भी कहा कि कम से कम १ लाख और बड़े जगहों के लिए कम से कम २ लाख सदस्य बनाना जरुरी है।

suchitra sen--------------

आज सादगी एवं बेमिसाल सौन्दर्य की मलिका सुचित्रा सेन चली गई । अदभुत मुस्कान की स्वामिनी, गज़ब की अदाकारा । पाब्ना, बंग्लादेश में 6 अप्रैल 1931 को जन्मी सुचित्रा जी ने लगभग 67 फिल्में की । हिन्दी में दिलीप कुमार के साथ पारों बनकर देवदास फिल्म को अमर बना दिया । रहे ना रहे हम महका करेंगे.. देखने में भोला है दिल का सलोना.. जैसी यादगार गाने हमेशा उनकी याद दिलाते रहेंगें..उनकी कला में वास्तिविकता थी जो हर दर्शक का मन मोह लेती थी।  उन्हीं कि लड़की मुनमुन सेन है जो माज भी सिनेमा में कार्यरत है और सुचित्रा कि यद् ताज़ा करती है। 

बुधवार, 8 जनवरी 2014

aap-------------------

आम आदमी पार्टी कार्यालय गाज़ियाबाद में तोड़ फोड़ हुई जिसकी घोड़ निंदा कि गई बांका और भागलपुर में। खिसियाई बिल्ली खम्भा नोचे वाली कहावत है यह। क्योंकि लोग देख रहे है कि केजरीवाल 6 महीने में मुख्यमंत्री हो गए तो अगले 6 महीने में कहीं प्रधानमंत्री न हो जाये ? लेकिन छवि तोड़ने वाले पार्टियों कि घटती है न कि आप की। अभी तो आप की हवा धीमी धीमी चल रही है बिहार और यु पी में लेकिन आप का बबंडर 6 महीने के अंदर उठने लगेगी यहाँ भी  इसमें कोई संदेह नहीं है। ई0 अंजनी कुमार शर्मा , वेबसाइट मेनेजर भागलपुर।   

prachi---------------

यह प्राची पत्रिका का जनवरी 2014 अंक है जो जबलपुर से निकलती है ।  पृष्ठ 64 पर मेरी लघुकथा अंध विश्वास छपी है।  इसके अलावे कई पत्रिकाओं में मेरी  रचनाएं छपी है जैसे सुमन सागर आदि। 
यह शब्द प्रवाह पत्रिका का जुलाई -सितम्बर 2013 अंक है। यह पत्रिका उज्जैन से निकलती है।  इसके संपादक है संदीप सृजन।  पृष्ठ 70 पर मेरी कविता भागलपुर कि दामिनी छपी है। 

jald hi ------------

जल्द ही देश जीतेगा ,आम आदमी जीतेगा और प्रजातंत्र जीतेगा।  बांका लोकसभा सीट से मै भी आवेदन कर रहा हूँ जिसके लिए इस ठण्ड में रोज भ्रमण कर रहा हूँ क्षेत्र का।  अभी तक सुल्तानगंज ,अमरपुर, बांका, बौंसी , शम्भुगंज ,पुनसिया , अकबरनगर ,बिसनपुर , ढाकामोड़ , बाराहाट ,सहकुंड आदि जगहों का दौरा कर चुके है। जगह जगह इस पार्टी के प्रति लोगों में सहानभुति है और मदद करने कि मनसा प्रबल दिख रही है। ई० अंजनी कुमार शर्मा ,आप