गुरुवार, 29 मई 2014

irani vivad--------------

स्मृति ईरानी पर वेवजह टूल पकड़ाया जा रहा है। भारत के संविधान में किसी एमएलए, संसद और मंत्री के लिए कोई डिग्री होने की सीमा निर्धारित नहीं की गई है। अनपढ़ भी मंत्री बन सकता है। जहाँ तक ईरानी की बात है वह तो कलाकार है, अच्छी वक्ता है। ऐसे लोगों का सोच बड़ा होता है , ऐसे लोगों की दक्षता पर सवाल उठाना न्यायसंगत नहीं है।

शनिवार, 17 मई 2014

lahar----

मोदी की लहर इतनी थी की जिसने भी क्षेत्र का चेहरा कभी नहीं देखा वह जीत गया। आप ने हर जगह मेहनत किया पर कही नहीं जीता पर पंजाब ऐसे विकसित प्रदेशों में चार सीट मिल गया। लेकिन लहर तमिलनाडु , केरल, बंगाल , ओडिसा आदि में मोदी का लहर नहीं चला। अंग प्रदेश में कई जगहों में जैसे भागलपुर , सहरसा ,पूर्णिया , मधेपुरा , कटिहार ,अररिया , किशनगंज , बांका में मोदी जी ने चुनाव प्रचार जोरों से किया फिर भी बीजेपी को जीता नहीं सके। लेकिन यह समझ के परे है की कौन सी अदृष्य शक्ति बीजेपी को आश्वस्त बना दिया था मतगणना के पहले की भारी मतों से बीजेपी जीतेगी। यह मोदी लहर था या एंटी कांग्रेस लहर या अम्बानी -अडानी का खेल या ब्लैक मनी का खेल , या और कोई अजनवी खेल। कुछ तो है जरूर जो हमारे ऐसे इंसान के समझ के परे की बात है। खैर मोदी जी अब पीएम बनेगे इसके लिए मेरी ओर से हार्दिक बधाई।

janadhar----------

अंगप्रदेश और कोसी क्षेत्र में बीजेपी को एक भी सीट नहीं मिलना क्या साबित करता है ?गलत वादे और छलने वाली भाषा । याद करिये जब सुशील मोदी भागलपुर से खड़े हुए थे तो कहा था जीतने  के बाद भागलपुर को उपराजधानी बनाएंगे। लेकिन जीत कर गए और उपमुख्यमंत्री भी बन गए , उपराजधानी बनाने की बात तो उनके जेहन में एक बार भी नहीं आया। उसके बाद शाहनवाज हुसैन जी आये।  उनको वोट लेने के लिए  कहना पड़ा कि मैथिली को हमने ही अष्टम सूचि में करवाया , अंगिका को भी करवाएंगे। संसद में इसके लिए उन्होंने आवाज भी उठाया। लेकिन उनकी सरकार नहीं थी लेकिन वोट तो किसी बहाने लेना था न ? अब उनकी सरकार केंद्र में बहुमत के साथ आ गई।  अंगवाशी यही उम्मीद लगाकर बैठे है की इस बार अंगिका अष्टम सूची  में आ जायगी। तीसरी बात यह है की दस साल से शाहनवाज हुसैन भागलपुर से हवाई सेवा के लिए आवाज उठाते रहे है पर सफल नहीं हो सके। लेकिन इसके नाम पर कड़ोरों रूपये चहरदीवाली और ट्रैक के नाम पर खर्च हो चूका है।  अब इन वादों पर पहल होनी चाहिए केंद्र सरकार द्वारा तभी फिर बीजेपी का जनाधार इन क्षेत्रों में वापस आ सकती है। नहीं तो यही कहा जायगा चार दिन की चांदनी फिर अँधेरी रात।  

गुरुवार, 1 मई 2014

gazal--------------

चुनाव का पहर 
घर घर मे लहर 
सुनामी का डर 
काँप रहा  शहर 
हर तरफ़ नेता 
उगल रहा जहर 
आयगा बनकर 
चुनाव इक कहर 
ठग रहे नेता 
सुना  सुना बहर 
सड़क पर वाहन 
घोल रही जहर 
इनके दोष से 
सूख गई नहर 
वोट के पहले 
ठहर जरा ठहर 
ई0 अंजनी कुमार शर्मा ,भागलपुर 
मो 0 -07870825272 ,0 9835092904