जानना चाहा वारंगल के
कुछ मित्रों का हाल,
उमेश ने बताया-नहीं रहे अब
सासाराम के शैलेन्द्र जायसवाल।
सुनकर हुआ मलाल,
दुख भी हुआ
और हुआ बहुत ही अफ़सोस,
मन हुआ शांत यह सोचकर
की इसमें क्या है किसी का दोष।
कुछ मित्रों का हाल,
उमेश ने बताया-नहीं रहे अब
सासाराम के शैलेन्द्र जायसवाल।
सुनकर हुआ मलाल,
दुख भी हुआ
और हुआ बहुत ही अफ़सोस,
मन हुआ शांत यह सोचकर
की इसमें क्या है किसी का दोष।
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