शुक्रवार, 29 जून 2012
गुरुवार, 28 जून 2012
angika sanesh
यह पत्रिका अंगिका में मुंगेर से निकलती है l यह कवित्त छंद पर आधारित अंक है l इसमें यदुनंदन झा ,उत्तम कुमार सिंह ,उमेश मोहन गुप्ता ,स्वर्गीय लक्ष्मण सिंह चौहान ,पंडित अवध भूषण मिश्र ,डॉ0राजेंद्र पंजियार ,आमोद कुमार मिश्र ,अनिल शंकर झा ,मुरारी मिश्र ,डॉ0अमरेन्द्र ,शिवनन्दन सलिल ,कैलाश झा ,विजेता ,हीरा प्रसाद, अंजनी कुमार शर्मा , सुनील सौरभ आदि हैं l
बुधवार, 27 जून 2012
uttrangi patrika
यह अंगिका भाषा और साहित्य का त्रैमासिक पत्रिका है l इसके संपादक चन्द्र प्रकाश 'जगप्रिया ' जी हैं तथा संरक्षक डॉ0 अमरेन्द्र हैं l यह अंगिका सपूत रामधारी सिंह 'दिनकर ' पर केन्द्रित अंक है l इसमें कमला प्रसाद बेखबर, डॉ0डोमन साहू समीर ,डॉ0 किशोर काबरा , छोटेलाल मंडल की कबितायें ,अंजनी कुमार शर्मा का संस्मरण ' पुरी के पूड़ी पचलों नै छै ' , अनिल शंकर झा का ललित निबंध , कनिक जी तथा जनार्दन यादव का लेख, डॉ0 मधु सूदन साहा का बल गीत छपी है l
मंगलवार, 26 जून 2012
doha sandarv
यह दोहा-संदर्भ का किताब है जो शिव सकल्प साहित्य परिषद् ,नर्मदापुरम , हौसंगाबाद (म0प्र0) से प्रकाशित हुई है l इसके संपादक कृष्ण स्वरुप शर्मा 'मेथिलेंद्र हैं l इसमें 91 दोहाकार का परिचय ,फोटो और दोहा विधा में प्रकाशित कृति का जिक्र है l अंजनी कुमार शर्मा का जिक्र पृष्ठ 61 में है l इसके अलावे जिन जिन दोहकारों का परिचय है वे इस प्रकार हैं -श्री कृष्ण स्वरुप शर्मा (हौसंगाबाद ),श्री गोपालदास सक्सेना 'नीरज(अलीगढ ) ',श्री चंद्रसेन विराट(इंदौर ),श्री नन्द किशोर काबरा (अहमदाबाद),आचार्य भगवत दुबे (जबलपुर ),डॉ0 मुचकुंद शर्मा (पटना ), डॉ0महाश्वेता चतुर्वेदी (बरेली ),स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी (हरिद्वार ) आदि l इसके अलावे बहुत ही उपयोगी सब लेख है इस किताब में l
anjani par kendrit ank 'vaikhri'
यह अंगिका-हिंदी साहित्यकार अंजनी कुमार शर्मा पर केन्द्रित 'वैखरी' का अंक है l जो 5 जनवरी 2005 का अंक है इसके संपादक डॉ0 अमरेन्द्र हैं और विशेषांक संपादक जालंधर के राष्ट्रिय स्टार के कथाकार जसवंत सिंह 'विरदी हैं l इस पत्रिका में शर्मा की हिंदी में 6 ग़ज़लें हैं l विरदी जी का परिसंवाद है, अंजनी कु0 शर्मा का 32 दोहे हैं ,एक संस्मरण है ,व्यक्तित्व में अनिल शंकर झा एवं दिनेश तपन का लेख है फिर अंजनी कुमार शर्मा की 4 अंगिका ग़ज़लें हैं ,कुछ तस्वीरें हैं l संदेश में-डॉ0 अखिलेश प्रसाद सिंह ,विरदी जी ,राजेश्वरी शांडिल्य (लखनऊ), अमिता अग्रवाल (जालंधर ),परमेश्वर गोयल, डॉ0बिजेंद्र नारायण सिंह श्री रंजन सूरिदेव , रमाकांत श्रीवास्तव(लखनऊ ), डॉ0देवेन्द्र सिंह, डॉ रामजी सिंह(पूर्व संसद), डॉ0शिवबालक राय, कमर बरतर (ग्वालियर ), दीक्षित दनकौरी (दिल्ली ) आदि l
गुरुवार, 21 जून 2012
Ramnath sharma ki aatmkatha
प्रो0 रामनाथ शर्मा की आत्मकथा है " परिचय इतना इतिहास यही" l श्री शर्मा का जन्म पटना जिले के अमहरा गाँव में हुआ है l ये जी0जे0कॉलेज रामबाग, बिहटा (पटना ) में हिंदी विभागाध्यक्ष के पद से अवकाशग्रहण किये हैं l ये मगही तथा हिंदी के अच्छे विद्वान हैं l मगही साहित्य को समृद्ध करने में इनका बड़ा ही योगदान है l अभी भी घर पर रहकर साहित्य सेवा कर रहे हैं l ये बी0एन0कॉलेज के छात्र थे l जहाँ नलिन विलोचन शर्मा प्राध्यापक थे और प्रिंसिपल एस0एस0मोइनुल हक़ प्राचार्य थे l जिनके नाम पर पटना में स्टेडियम है l संयोगवश इस पुस्तक में मेरी भी समीक्षा आई है पृष्ट 85 में ,यह मेरा सौभाग्य है l इनके उपर 7 दोहे में समीक्षा दी है मैंने l पुस्तक 2008 में प्रकाशित हुई है l अभी भी श्री शर्मा से साहित्य को खासकर मगही साहित्य को ढेर सारी उम्मीदें बची हुई है l इनके दिर्घायु होने की मैं कामना करता हूँ l
बुधवार, 20 जून 2012
pralay
दर्जनों सम्मान प्राप्त कर चुके अंगिका के ख्याति प्राप्त कवि , गीतकार भगवान प्रलय गृह समस्या से व्यथित हैं l पहले अंगिका के साथ सरकार की दोरंगी नीति से व्यथित थे l उनके घर के बगल में विद्यालय निर्माण में मिट्टी भराई का कार्य चल रहा है जिससे उनके घर में कमर भर पानी जमा हो गया है l ये वही भगवान प्रलय हैं जिसने अपने मधुर गीतों से सबका मन मोह लिया है l कवि सम्मेलनों में जिनकी तूती बोलती है l ये वही भगवान प्रलय हैं जिनको कटिहार के तत्कालीन डी0म0 श्री मति अंशुली आर्या ने मकान और जमीन दिया, बिहार के राज्यपाल ने इन्हें बिहार का कलाकार घोषित किये गए हैं, दूरभाष की सुविधा दी l राष्ट्रीय स्तर पर इनको ढ़ेरों सम्मान प्राप्त हो चुके हैं l सरकार को अविलम्ब इनकी समस्याओं पर विचार करना चाहिए l
champa fule dare dar
अंगिका साहित्य में सबसें समृद्ध विधा काब्य विधा छै l यै विधा के ही सर्वाधिक पुस्तक प्रकाशित भी छै ,फिर भी ई संग्रह के आवश्यकता महसूस भेलै l 'पंचशील 'के पाँच संस्थापक सदस्य अमरेन्द्र ,अनल ,अंजनी आरो दिनेश बाबा के साथ साहित्यिक चर्चा भेलै l अंजनी कुमार शर्मा ने किताब के नाम 'चंपा फूलै डारे डार 'सबके बीच रखलके l ध्वनिमत से सबने नाम पर सहमती देलकै l अनिल शंकर झा के संपादन में किताब छपले l जे आपने के सामना में छै l यै में पुरनका आरो नैका मिलाय के कुल 69 रचनाकार छै आरो पृष्ठ 158 छै l सुंदर छपाई के साथ साफ -सुथरा छै l संयोग छिके की यै में तिलकपुर गाँव के चार रचनाकार छै l राजेंद्र प्रसाद सिंह ,दयानंद शर्मा, अंजनी कुमार शर्मा आरो शेषाद्री l ई किताब पीजी अंगिका बिभाग (भागलपुर विश्वबिद्यालय )में कोर्से में चलै छै l
मंगलवार, 19 जून 2012
anjani dohavali
यह पुस्तक 'अंजनी दोहावली', अंजनी कु0 शर्मा का अंगिका में दोहे का किताब है, जिसमे करीब 300 से ऊपर दोहे है l
इस किताब के बारे में डॉ0मनाज़िर आशिक हरगानवी, प्रो0 स्नातकोत्तर उर्दू बिभाग ,ति0भा0 भागलपुर विश्वविद्यालय ने कहा है की अंजनी कुमार शर्मा गीत ,ग़ज़ल ,कविता और दोहे लिखकर हिंदी और अंगिका के साहित्य को माला -माल कर रहे हैं l शर्मा के दोहे में दिशा और दर्शन स्पष्ट है , बृहत्तर मानवता के लिए प्रतिबद्ध हैं l चुनोतियों के प्रतिकार में खड़े हैं , ताजगी और जीवन रस को बचाने में लगे हुए हैं , पुरानी पीड़ी के कवियों ने जैसे दोहे लिखे हैं उनसे भिन्न दोहे अंजनी कुमार शर्मा ने लिखे हैं l बदलाव के भावी लक्षण भरे ये दोहे अंजनी कु0शर्मा को नया पहचान देते हैं l
गंगा की अविरल धारा के लिए संतों का आंदोलन,
स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के नेतृत्त्व में गंगा बचाओ आंदोलन के लिए दिल्ली के जंतर -मंतर पर जुटे साधु -संत l
गंगा पर मेरा दोहा अंगिका में देखा जाय -
स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के नेतृत्त्व में गंगा बचाओ आंदोलन के लिए दिल्ली के जंतर -मंतर पर जुटे साधु -संत l
गंगा पर मेरा दोहा अंगिका में देखा जाय -
1)हर प्रदूषित नदी सें आवै छै आवाज,
पावन गंगा जलों पर कब तक करबै नाज l
2)सचमुच भारत के छिके बड़का ई सौगात,
अगरम-बगरम पेट में भरलो छै इफरात l
3)पानी में झलकै सगर धरती औ आकाश,
रहै जेकरो तट कभी ऋषिगण के आवास l
4) जै गंगा के कोख सें ऐलै कथा अनेक ,
बनलो छै ई लोग ले अरब -खरब के चेक l
(साभार अंजनी दोहावली ,पृष्ठ -11-12)
सोमवार, 18 जून 2012
lathi
यह 'लाठी महात्म ' अंगिका में 100 दोहे का अंजनी कुमार शर्मा का सिर्फ लाठी पर किताब है l
दो-तीन दोहे पर गौर किया जाय -
1)लाठी पर लाठी गिरै, लाठी उगलै आग
जों बजड़े ई देह पर, घुकड़ी मारै नाग
2)नै काहू सें दोस्ती, नै काहू सें रार
लाठी ने जख्मी करै, जखनी हुवै प्रहार
3)लाठी सें भला बनै और बनै त्रिशूल
लाठी सें छाता बनै, झंडा के मस्तूल
दो-तीन दोहे पर गौर किया जाय -
1)लाठी पर लाठी गिरै, लाठी उगलै आग
जों बजड़े ई देह पर, घुकड़ी मारै नाग
2)नै काहू सें दोस्ती, नै काहू सें रार
लाठी ने जख्मी करै, जखनी हुवै प्रहार
3)लाठी सें भला बनै और बनै त्रिशूल
लाठी सें छाता बनै, झंडा के मस्तूल
शुक्रवार, 15 जून 2012
गुरुवार, 14 जून 2012
ErAnjaniSharmaAnjani's Blog: natuwa dayal
ErAnjaniSharmaAnjani's Blog: natuwa dayal: अंगिका की लोकगाथा पर उपन्यास विद्या रानी(विभागाध्यक्ष सुंदरवती महाविद्यालय, हिंदी विभाग भागलपुर) का नटुआ दयाल अंगिका में l
shiv prasad sharma
90 वर्षीय शिवप्रसाद शर्मा अब नहीं रहे l वे लम्बे समय तक भागलपुर विश्वविद्यालय के सीनेट व सिंडिकेट सदस्य रहे , इसके अलावे बी एन महाविद्यालय के भी सचिव पद पर रहे थे l उनका जन्म 1922 में बांका जिले के भीखनपुर गाँव में हुआ था l वे काग्रेसी नेता अजित शर्मा के पिता तथा फिल्म अभिनेत्री नेहा शर्मा के ग्रैंड फादर थे l
बुधवार, 13 जून 2012
मंगलवार, 12 जून 2012
यह मंदिर अजगैवी नाथ धाम सुलतानगंज का है l जहाँ उत्तरवाहिनी गंगा बहती है l शिव जी का जो धनुष राम जी ने तोडा था जनक के दरवार में उसका नाम अजगवी था l अजगवी के नाम पर यह अजगैवी धाम हुआ l जुलाई माह से श्राविनी मेला शुरू होने वाला है l यहीं से कांवरिया लाखों लाख की तायदाद में गंगा जल लेकर बाबाधाम (105 कि0मी0) जल चढाने जाते हैं l करीब दो माह में 60 लाख कावरिया लगभग जाते हैं l विश्व का यह सबसे बड़ा मेला है l लाखों लाख को इस से रोजगार प्राप्त होता है l
शनिवार, 9 जून 2012
ang
यह नक्सा 16 महाजनपद का है जिसमे 1)अंग 2)मगध 3)बज्जी 4)मल्ल 5)काशी 6)बत्स 7}चेदी 8)अश्मक 9)अवन्ती 10)कोशल 11)मतस्य 12)सुरसेन 13)पंचाल 14)कुरु 15)गंधार 16)कंबोज l
शोर्य और दान की भूमि 'अंग ' ,महाभारत के सुर्यपुत्र कर्ण का अंग प्रदेश है , जिसका उल्लेख न केवल बाल्मीकि रामायण (1-32)में मिलता है बल्कि अथर्वेवेद(5-22-14)में भी स्पष्ट है कि बौद्धग्रन्थ "महापरिनिर्वाण सुत्त ' के अनुसार यह छः महानगरों (चंपा,राजगृह ,श्रावस्ती ,साकेत ,कौशाम्बी ,और वाराणसी )में भी प्रथम था l
शुक्रवार, 8 जून 2012
हँसी ऊब मिटाने की तरकीब है l जीवन में लोगों को हास्यभाव होना चाहिए l यदि आप बच्चों जैसी शरारतें करते हैं तो जारी रखिये l जो हँस सकता है वह किसी भी विकट स्थिति से निबट सकता है l हास्य के जरिये आप अपमानित होने से इंकार कर देते हैं तो इस दुनिया में आपसे कोई जीत नहीं सकता l आप अपराजेय हो जाते हैं l आदमी को छोड़कर दुनिया में और कोई जानवर हँसता नहीं l
गुरुवार, 7 जून 2012
बंगला के जाने माने कथाकार बलाईचन्द मुख़र्जी 'वनफूल (दायें ) की कृति हाटे -बाजारे और भुवनसोम की प्रसिद्धी के बाद महान बंगला फ़िल्मकार सत्यजीत रे वनफूल से उनकी कहानियां लेने कई बार भागलपुर आये l लेकिन वनफूल ने यह कहकर लौटा दिया और कहा की 'भारत की दरिद्रता को फिल्मों के माध्यम से दिखाते हैं , जबकि भारत ऐसा नहीं है l '
आज भी उनकी कृति हाटे बाजारे के नाम पर एक रेलगाड़ी कोलकाता से कटिहार तक चलती है l इसपर फिल्म भी बनी है जिसमे अंगिका भाषा का प्रयोग खूब हुआ है l अंगिका ने बंगला साहित्य को समृद्ध करने का काम किया है l जाने माने आलोचक नामवर सिंह ने तो यहाँ तक कहा है की पूर्वी बिहार की बोली से असमिया भाषा का विकास हुआ है l अतः असमिया भाषा और संस्कृति में भी अंगिका का बड़ा योगदान है l
वनफूल भागलपुर के एक जाने माने डॉक्टर थे l यहाँ उनके तीन ठिकाने थे -खालीफबग स्थित चित्रशाला , पटल बाबू रोड पर उनकी क्लिनिक और आदमपुर स्थित उनका आवास गोलकोठी l फोटो में साहित्यिक चर्चा करते हुए वनफूल साथ में हरिकुंज (बाएं चस्मा में ) तथा बीच में अनुज (खड़े हुए )l
जैन धर्वालम्बियों के लिए भी अंग की विशेष महत्ता है l जैनियों के आठवें तीर्थकर वासुपूज्य का जन्म स्थान है-नाथनगर (भागलपुर ) l नाथनगर के जैन मंदिरों में हजारों जैन तीर्थ यात्री प्रतिवर्ष आते हैं और पूजा -अर्चना कर वे पार्श्वनाथ की ओर प्रस्थान करते हैं l इसमें अधिकतर गुजरात ,महाराष्ट्र और राजस्थान के जैनी हैं l
बुधवार, 6 जून 2012
jardalu aam
इस बार राष्ट्रपति भवन नहीं जाएगी जर्दालू आम की सौगात मेरे गाँव तिलकपुर से l तिलकपुर (भागलपुर) का जर्दालू आम बिहार सरकार की ओर से राष्ट्रपति , प्रधानमंत्री एव बिशिष्ट अतिथियों को हर वर्ष भेजा जाता था , वर्ष 2007 से यह सिलसिला शुरू हुआ था l अंग की यह सौगात इस बार संभवतः नहीं भेजा जायेगा l तेज गर्मी के कारण आम के गुणवत्ता पर असर पड़ा है l फसलें भी कम हुई है l
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