यह अंगिका-हिंदी साहित्यकार अंजनी कुमार शर्मा पर केन्द्रित 'वैखरी' का अंक है l जो 5 जनवरी 2005 का अंक है इसके संपादक डॉ0 अमरेन्द्र हैं और विशेषांक संपादक जालंधर के राष्ट्रिय स्टार के कथाकार जसवंत सिंह 'विरदी हैं l इस पत्रिका में शर्मा की हिंदी में 6 ग़ज़लें हैं l विरदी जी का परिसंवाद है, अंजनी कु0 शर्मा का 32 दोहे हैं ,एक संस्मरण है ,व्यक्तित्व में अनिल शंकर झा एवं दिनेश तपन का लेख है फिर अंजनी कुमार शर्मा की 4 अंगिका ग़ज़लें हैं ,कुछ तस्वीरें हैं l संदेश में-डॉ0 अखिलेश प्रसाद सिंह ,विरदी जी ,राजेश्वरी शांडिल्य (लखनऊ), अमिता अग्रवाल (जालंधर ),परमेश्वर गोयल, डॉ0बिजेंद्र नारायण सिंह श्री रंजन सूरिदेव , रमाकांत श्रीवास्तव(लखनऊ ), डॉ0देवेन्द्र सिंह, डॉ रामजी सिंह(पूर्व संसद), डॉ0शिवबालक राय, कमर बरतर (ग्वालियर ), दीक्षित दनकौरी (दिल्ली ) आदि l
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