यह मंदिर अजगैवी नाथ धाम सुलतानगंज का है l जहाँ उत्तरवाहिनी गंगा बहती है l शिव जी का जो धनुष राम जी ने तोडा था जनक के दरवार में उसका नाम अजगवी था l अजगवी के नाम पर यह अजगैवी धाम हुआ l जुलाई माह से श्राविनी मेला शुरू होने वाला है l यहीं से कांवरिया लाखों लाख की तायदाद में गंगा जल लेकर बाबाधाम (105 कि0मी0) जल चढाने जाते हैं l करीब दो माह में 60 लाख कावरिया लगभग जाते हैं l विश्व का यह सबसे बड़ा मेला है l लाखों लाख को इस से रोजगार प्राप्त होता है l
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