बुधवार, 30 जनवरी 2013

* अंधा कानून *
संघर्ष करते-करते चली गई दामिनी
जिसकी खातिर हुआ देश भर में बवाल
फिर भी लोगों को रह गया मलाल
जाते-जाते छोड़ गई अनगिनत सवाल
शासन और प्रशासन पर
व्यवस्था और मानसिकता पर
अब थम गया है शोरगुल
सरकार को मिल गई राहत
पूरी दिल्ली थी जहाँ आहत
देखना है कैसे काम करती है कानून
की सिर्फ गिनते जाना है मई-जून
कोई होगा बालिग से नाबालिग
कोई जेल से छूटेगा-भागेगा
किसी का दम जेल के अंदर टूटेगा
कहते है बरसों से कर रहे है राज
फिर क्यों है यहाँ ' अंधा कानून ' आज
ई0अंजनी कुमार शर्मा
(वेबसाइट मेनेजर, आम आदमी पार्टी भागलपुर)

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