गुरुवार, 19 दिसंबर 2013

ayle ho milan ke bela-----------


अंज जनपद में कलाकारों की  कमी नहीं है, जरुरत है अवसर प्रदान करने की, ये बातें फ़िल्म निर्माता निर्देशक राजीव रंजन दास  ने कही। गुरुवार को संवाददाता सम्मलेन में अक्षया रेस्ट हाउस सुल्तानगंज में बोलते हुए उन्होंने कहा की २२ ज़िलों में अंगिका भाषा बोली जाती है, बोलने वाले करीब ३ करोड़ लोग हैं लेकिन राजनीति का शिकार होकर यह भाषा पिछड़ी हुई है। अंग विश्व साई छाया के बैनर तले 'अयलै हो मिलन के बेला ' जल्द ही फ़िल्म की सूटिंग की जायगी जिसके एक गाने की शूटिंग तथा अजगैवीनाथ , उत्तरवाहनी गंगा के अलावे सुल्तानगंज की प्राकृतिक ,ऐतिहासिक , धार्मिक स्थलों को भी कैद किया जायगा इस फ़िल्म मे। कलाकारों की खीज के लिए २२ दिसम्बर से २८ दिसम्बर तक ओडिशन लिया जायगा। उन्होंने यह भी कहा की वह दिन दूर नहीं कि होलीवूड बालीहूड, भोजीहूड कि तरह अंगीवूड का सपना भी पूरा हो जायगा। अंग विश्व सांई छाया के बैनर तले लगातार अंगिका में चार फिल्मों के निर्माण की भी बातें कहीं उन्होंने। तस्वीर में बाएं से दायें बैठें है ई0 अंजनी कुमार शर्मा, प्रिंस यादव, निर्देशक राजीव रंजन दास, हीरा प्रसाद हरेन्द्र और गीतकार प्रोग्रामर जी। ई0 अंजनी कुमार शर्मा , सियाराम नगर भीखनपुर , भागलपुर-812001          

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