शनिवार, 5 मई 2018

kavita dije ka kahar....

-डीजे का कहर-
जल और वायू प्रदूषण से
कम नहीं है ध्वनिप्रदूषण असरदार
जिसके चलते अनिंद्रा,मस्तिष्कज्वर और
बहरेपन का लोग हो जाते हैं शिकार
खतरनाक हो गया है आजकल
समाज में अब डीजे का प्रचार-प्रसार
इसने तो सबका जीना कर दिया हराम
होने लगी है अब लोगों का अंग-अंग बेकाम
सबके जिश्म पर दिनों दिन 
कहर बरपा रहा है सुबहो-शाम
है तो सरकार का इसपर रोक
पर गली-मोहल्ले में गरजती रहती बेरोकटोक
बिछ गया है चारोतरफ इसका जाल
यह तो बस हाय-फाय जिंदगी का है कमाल
बीमारी से ग्रसित हो रहे हैं सब लोग
पर तनिक भी नहीं है लोगों को मलाल
ओशीन बिना डर जाएगी घर-घर
और जागरूकता से रुकवायेगी इसका कहर।
ओशीन (डीपीएस)     

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