शनिवार, 8 सितंबर 2012

dikhawe ka kar ----------------------

दिखावे का कर रहे, मनमोहन जी खेल
करीबी लोगों को, भेज रहे हैं जेल
भेज रहे हैं जेल, करेंगे दल का खात्मा
कबुलती जिसे कहाँ, उनकी कलंकित आत्मा
गद्दी के बने हैं, क्यों इस तरह लोभी
सीझा रहे संसद में बैठकर वे  गोभी 

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