हम तो डूबेंगे सनम तुमको भी ले डूबेंगे,इसी सिद्धांत पर कांग्रेस काम कर रही है। एक बड़ी पार्टी छोटी पार्टी के आगे हाथ पसार रही है। हाथ पसारते पसारते सब छोटी पार्टी को चबा गए। कहां है सपा,बसपा,राजद ?अब जेडीएस की बारी है। जो जेडीएस कांग्रेस के खिलाफ लड़ी,जेडीएस ने तो समर्थन मांगा ही नहीं लेकिन कांग्रेस ने बिना शर्त समर्थन दिया। क्या कर्णाटक के विकास के लिए समर्थन दिया।?यह साधारण सी बात हर देशवासी समझ रहा है। सिर्फ भाजपा को नहीं आने देना है यही कांग्रेस का मकसद है। भाजपा के राज में विकास हो रहा है पुरे देश में तो मतलब साफ है कोंग्रेस विकास नहीं चाहती है।इन्हीं सब कारणों के कारण इनके गठबंधन को कर्णाटक में क्यों सरकार बनाने देगी। तुलनात्मक अध्ययन किया जाय तो भाजपा के काम से कांग्रेस की पोल खुलती जा रही है। यही डर कांग्रेस के लिए और खतरनाक बनते जा रही है। नेतृत्व का भी घोर आभाव है।
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