1989 में भागलपुर में भीषण दंगा हुआ था दंगे के बाद जिला परिषद् हॉल में भारत सेवक समाज की ओर से संप्रदायिकता पर सम्मलेन हुआ। उस समय पूर्वमुख्यमंत्री सत्येंद्र नारायण सिंह भारत सेवक समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे जिनको इस सम्मेलन में आमंत्रित किया गया था। मैं भागलपुर जिला का महामंत्री था और स्व o सतीश चंद्र सिन्हा जिले के अध्यक्ष थे। मंच पर विराजमान हैं बाएं से सत्येंद्र नारायण सिंह,प्रो वीसी तिo माo भाo विश्वविद्यालय डॉo विष्णु किशोर झा 'वेचन',सतीश चंद्र सिन्हा और कविता पाठ करते हुए मैं। कविता पढ़ने के बाद हम घर चले गए। तुरंत बुलावा आ गया। जैसे आकर सत्येंद्र बाबू से मिले उन्होंने कहा-'आप तो साहब भारत सेवक समाज का पूरा गूढ़ ही समझा दिए। कहाँ घर है ? 'मैंने कहा -'तिलकपुर।' 'अच्छा जहाँ के सियाराम बाबू सरस्वती देवी थीं ', सतेंद्र बाबू ने कहा। इतने में हमारे अध्यक्ष सतीश बाबू ने उत्तर दे दिया-' ये इनके मौसा ,मौसी थी।' 'अच्छा ! पहले इन दोनों से हमको पटरी नहीं थी पर बाद में हमने सरस्वती देवी को नवादा-गया से MLC बनवाया ', सत्येंद्र बाबू ने कहा। 'हम हाँ में हाँ मिलाते रहे,क्या बोलते ?'
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