मंगलवार, 19 जून 2012

गंगा की अविरल धारा के लिए संतों का आंदोलन,
स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के नेतृत्त्व में गंगा बचाओ आंदोलन के लिए दिल्ली के जंतर -मंतर पर जुटे साधु -संत l
गंगा पर मेरा दोहा अंगिका में देखा जाय -
1)हर प्रदूषित नदी सें आवै छै आवाज, 
पावन गंगा जलों पर कब तक करबै नाज l 
2)सचमुच भारत के छिके बड़का ई सौगात, 
अगरम-बगरम  पेट में भरलो छै इफरात l 
3)पानी में झलकै सगर धरती औ आकाश, 
रहै जेकरो तट कभी ऋषिगण के आवास l 
4) जै गंगा के कोख सें ऐलै कथा अनेक ,
बनलो छै ई लोग ले अरब -खरब  के चेक l 
(साभार अंजनी दोहावली ,पृष्ठ -11-12)
   

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