शनिवार, 14 जुलाई 2012

trishna -4

तृष्णा का कहीं ओर -छोर नहीं है ,उसका पेट भरना कठिन होता है l वह सैंकड़ो दोषों को ढोती रहती है l अतएव तृष्णा का परित्याग कर देना चाहिए - पद्म पुराण l 

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